"Powerful Yuva" हरि ओम शर्मा के द्वारा संचालित एक सामुहिक मंच है। जिसमें 'समाज की प्रगति' और 'युवाओं के उत्थान' पर विशेष बल देते हुए लेख, कविता, विचार, आलोचना आदि प्रकाशित किये जाते हैं। आप Facebook और Youtube पर भी 'PowerfulYuva' से जुड़ सकते हैं।
गीत मंजूषा
१.साधु चला निज धाम रे।
दर-दर भटकन खत्म हो गई, मिल गया ऐसा ठाम रे।
घिसती ऐंड़ी आज हंसी है, दर्द हुआ आराम रे।
अलख निरंजन अलख निरंजन जाप रहा है नाम रे।
अब तो मौज मनावे साधु, करना है विश्राम रे।
कहे 'हरिहर' बोल रहे मनवा क्या बांकी है काम रे।
-हरि ओम शर्मा
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